नई दिल्ली
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पार्लियामेंट 20 के तीसरे सत्र में कहा कि भारत में महिलाओं की आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है। हमारा मानना है कि महिलाओं को केवल समानता नहीं बल्कि सभी क्षेत्रों में नेतृत्व के अवसर मिलने चाहिए। यशोभूमि, द्वारका में आयोजित पी20 सम्मेलन में तीसरे सत्र का विषय एक परिवार-लैंगिक समानता को मुख्यधारा में लाना- महिला विकास से महिला नेतृत्व वाले विकास तक रहा।
बिरला ने लैंगिक समानता के लिए महिला विकास से महिला नेतृत्व वाले विकास पर जाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत में संवैधानिक व्यवस्था महिलाओं को सशक्तीकरण प्रदान करने के केंद्र में रही है। हाल ही में संविधान संशोधन कर केंद्र और राज्य की विधानसभाओं में महिलाओं की 33 प्रतिशत भागीदारी सुनिश्चित की गई है।
उन्होंने कहा कि इससे महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी तथा निर्णय लेने और कानून बनाने में उनका योगदान भी बढ़ेगा। साथ ही उन्होंने ग्राम पंचायत और नगर पालिकाओं में राज्यों में मिलने वाले महिलाओं को 33 से 50 प्रतिशत आरक्षण का भी विशेष उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि वित्तीय समावेशन और सामाजिक सुरक्षा के लिए कई योजनाएं भारत में चलाई जा रही हैं।