नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बांग्लादेश दौरे का शनिवार को दूसरा दिन है। सबसे पहले PM मोदी दक्षिण-पूर्व सतखिरा स्थित जेशोरेश्वरी काली मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने पूजा-अर्चना की। इसे 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। उन्होंने कहा, मैंने कामना की कि मां काली दुनिया को कोरोना के संकट से मुक्ति दिलाएं। मोदी ने काली मां की प्रतिमा को हाथ से बना हुआ मुकुट भी चढ़ाया। मुकुट को चांदी का बना हुआ है, जिस पर सोने की प्लेटिंग की गई है। इसे पारंपरिक कलाकारों ने करीब तीन हफ्ते में तैयार किया है। इसके बाद वह बांग्लादेश के टुंगीपाड़ा में स्थित शेख मुजीबुर्रहमान की समाधि स्थल पर पहुंचकर श्रद्धांजलि दी। इस दौरान बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना भी मौजूद रहीं। उन्होंने कहा, मेरी कोशिश रहती है कि मौका मिले तो इन 51 शक्तिपीठों में जाकर माथा टेकूं। मैंने सुना है कि यहां नवरात्रि में जब मां काली का मेला लगता है, तो सीमा के इस पार से भी बड़ी तादाद में भक्त यहां आते हैं। यहां एक कम्युनिटी हॉल की आवश्यकता है। यह भक्तों के लिए और आपदा के समय लोगों के लिए शरणस्थल का काम करे। भारत सरकार यह कम्युनिटी हॉल बनवाएगी।