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गुडरिक को चालू वित्त वर्ष में मुनाफे में लौटने की उम्मीद

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चेन्नई
 हिंदुजा समूह की प्रमुख कंपनी अशोक लीलैंड ने लंबी दूरी तय करने वाले ग्राहकों को लक्षित करते हुए मध्यवर्ती वाणिज्यिक वाहन खंड में ईकोमेट स्टार 1915 ट्रक पेश किया है।

कंपनी ने बताया कि 18.49 टन जीवीडब्ल्यू (सकल वाहन वजन) वाला यह ट्रक ई-वाणिज्य, पार्सल डिलीवरी, ताजा उपज के परिवहन सहित अन्य क्षेत्रों के ग्राहकों की लॉजिस्टिक मांगों को पूरा करने के लिए तैयार किया गया है।

कंपनी के अध्यक्ष (मध्यम भारी वाणिज्यिक वाहन) संजीव कुमार ने कहा, '' अशोक लीलैंड लगातार अनूठे तथा नवीन उत्पादों को पेश करके आईसीवी (मध्यवर्ती वाणिज्यिक वाहन) खंड में तेजी से विस्तार कर रहा है। हमें 18.49 टन के जीवीडब्ल्यू के साथ ईकोमेट स्टार 1915 ट्रक को पेश करते हुए खुशी हो रही है जो 150एचपी एच4 इंजन से लैस है। यह लंबी दूरी तय करने के लिए उपयुक्त है।''

चाय बोर्ड ने सर्दियों में विनिर्माण इकाइयों को बंद करने का दिया आदेश

कोलकाता
चाय बोर्ड ने अगले साल की पहली छमाही में बेहतर फसल के लिए उत्तर भारत में सर्दियों में चाय उत्पादक क्षेत्रों में विनिर्माण इकाइयों को बंद करने का आदेश दिया है।

बोर्ड के आदेश के अनुसार दार्जिलिंग, सिक्किम, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के सभी चाय कारखानों के लिए हरी पत्तियां तोड़ने या लेने की आखिरी तारीख 11 दिसंबर तय की गई है। वहीं पश्चिम बंगाल के दुआर तथा तराई क्षेत्र और बिहार के लिए तारीख 23 दिसंबर है।

दार्जिलिंग, सिक्किम, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में कारखानों में हरी पत्ती के प्रसंस्करण की अंतिम तारीख 13 दिसंबर, जबकि तराई, दुआर और बिहार के लिए तारीख 26 दिसंबर है।

आदेश में कहा गया कि दार्जिलिंग, सिक्किम, हिमाचल प्रदेश तथा उत्तराखंड के लिए छंटाई, पैकिंग और पैक की गई चाय को अधिसूचित भंडारण क्षेत्रों में बिल मार्किंग के साथ ले जाने की अंतिम तिथि 26 दिसंबर होगी।

पश्चिम बंगाल के दुआर तथा तराई क्षेत्र और बिहार में सीटीसी किस्म के लिए छह जनवरी 2024 और हरी चाय किस्मों के लिए 11 जनवरी 2024 की तारीख तय की गई है।

चाय उद्योग के अनुसार 'विंटर डॉर्मेंसी' (शीतकालीन प्रसुप्तावस्था) के कारण चाय बागानों का बंद किया गया है। इस अवधि में चाय की झाड़ियां बढ़ती नहीं हैं।

गुडरिक को चालू वित्त वर्ष में मुनाफे में लौटने की उम्मीद

कोलकाता
 ब्रिटेन स्थित कैमेलिया पीएलसी का एक हिस्सा चाय उत्पादक कंपनी गुडरिक ग्रुप लिमिटेड चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 में मुनाफे में लौटने की उम्मीद कर रही है।

कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अतुल अस्थाना ने कहा कि कंपनी को इस साल चाय उत्पादन में लगभग 3.2 करोड़ किलोग्राम की वृद्धि की उम्मीद है, जिसमें उसकी तीन अनुषंगी कंपनियों का उत्पादन भी शामिल है।

हालांकि चालू वित्त वर्ष में ''चाय की कम कीमतों'' के कारण राजस्व में गिरावट की आशंका चिंता का विषय बनी है।

अस्थाना ने 'पीटीआई-भाषा' को दिए साक्षात्कार में कहा, '' गुडरिक और उसकी अनुषंगी कंपनियां मिलकर सालाना करीब तीन करोड़ किलोग्राम का उत्पादन करती हैं। इस वर्ष स्थिर वृद्धि होगी क्योंकि उत्पादन 3.2 करोड़ किलोग्राम होने की उम्मीद है। पूरे समूह का राजस्व पिछले साल करीब 1,200 करोड़ रुपये था, लेकिन चालू वित्त वर्ष में कीमतों में कम होने के कारण कारोबार में गिरावट देखी जा सकती है।''

उन्होंने कहा, '' पिछले साल की तुलना में इस साल औसत सीटीसी कीमत करीब 25 रुपये प्रति किलोग्राम कम हुई है और पारंपरिक कीमतें 100 रुपये प्रति किलोग्राम कम हो गई हैं। ''

कंपनी की नवीनतम वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, गुडरिक ग्रुप लिमिटेड ने 2022-23 में कुल 1.891 करोड़ किलोग्राम फसल का उत्पादन किया, जबकि उससे पिछले वित्त वर्ष में 1.855 करोड़ किलोग्राम का उत्पादन किया गया था।

गुडरिक ग्रुप लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2022-23 में अपने घाटे को पिछले वर्ष के 5.2 करोड़ रुपये के घाटे से कम करके 32 लाख रुपये कर दिया था, इस वर्ष उसे मुनाफे में लौटने की उम्मीद है।

अस्थाना ने कहा, '' हम उम्मीद कर रहे हैं कि कंपनी इस वित्त वर्ष में मुनाफे में लौट आएगी।''

निर्यात पर उन्होंने कहा कि गुडरिक का विदेशी निर्यात लगभग 50 से 60 लाख किलोग्राम है जो इस साल भी उतना ही रहेगा क्योंकि दुनिया भर में तेल की कीमतों में अस्थिरता और भू-राजनीतिक तनाव के कारण ''वैश्विक बाजार में मंदी है।''