कोरबा
इसी महीने के 15 तारीख से मां दुर्गा का पावन पर्व शुरू होने जा रहा है। लेकिन इससे पहले SECL प्रबंधन ने अपने कर्मचारियों को बड़ी सौगात दे दी है। प्रबंधन ने कर्मचारियों को बोनस देने का ऐलान किया है। बोनस के लिए प्रबंधन ने 322 करोड़ रुपए देने का ऐलान किया है। त्योहार से पहले बोनस मिलना कर्मचारियों के लिए बड़ी सौगात से कम नहीं है। बात करें कर्मचारियों के खाते में आने वाली रकम की तो हर कर्मचारी के खाते में कम से कम 85 हजार रुपए जमा होंगे।
मिली जानकारी के अनुसार SECL पिछले 12 वर्षों में कर्मचारियों के बोनस में पांच गुना की बढ़ोतरी की है। वर्ष 2010 में कर्मचारियों को 17 हजार रुपए बोनस मिले थे, वहीं पिछले वर्ष बोनस की राशि 76,500 रुपए रही। बता दें कि कोल इंडिया (सीआइएल) एवं अनुषांगिक कंपनियों समेत सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड (एससीसीएल) के कामगारों का बोनस तय करने के लिए नई दिल्ली में बैठक आयोजित की गई थी, इसमें कोल इंडिया प्रबंधन व यूनियन प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
अगर पूरे कोल इंडिया की बात की जाए तो यहां दो लाख 17 हजार 429 कर्मचारी कार्यरत हैं। इन कर्मचारियों के मध्य 1800 करोड़ से अधिक की राशि का वितरण किया जाएगा। एसईसीएल के जनसंपर्क अधिकारी डा सनीश चंद्र ने बताया कि सभी कर्मचारियों को बोनस का भुगतान विजयदशमी त्योहार से पूर्व कर दिया जाएगा।
कोयला कर्मियों को अक्टूबर माह में मिलने वाला सितंबर माह के वेतन भुगतान में कोल इंडिया ने रोक लगा दी थी। सभी संबधित कंपनियों को लिखे पत्र में कहा गया था कि आगामी आदेश तक न तो वेतन भुगतान किया जाए और नहीं उसकी गणना कर वेतन पर्ची निकाली जाए। केवल हाजिरी दर्ज किया जाए। इसके साथ ही कर्मियों का वेतन भुगतान रूक गया था। सोमवार कोल इंडिया प्रबंधन व श्रमिक संघ प्रतिनिधियों के मध्य बैठक हुई। इसमें प्रबंधन ने कोयला कर्मियों को 11 वां वेतनमान की दर से ही सितंबर माह का वेतन अक्टूबर में एक-दो दिन के अंदर भुगतान करने की बात कही। इसके साथ ही श्रमिक संघ ने प्रस्तावित हड़ताल टाल दी।