रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना का दूसरा लहर तेजी से हावी हो रही है। प्रदेश में गुरूवार की रात तक इस साल के सबसे ज्यादा संक्रमित मरीज सामने आ चुके हैं। कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों की व्यापारियों से लेकर शासन-प्रशासन ने भी चिंता जताई है। प्रशासन ने आने वाले त्यौहारों को लेकर पाबंदियां भी लगानी शुरू कर दी है। वहीं होटलों में बैठकर खाना भी प्रतिबंधित हो गया है।
यदि कोरोना के रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग की बात करें तो राजधानी की मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मीरा बघेल का कहना है कि राजधानी के एम्स और मेकाहारा जैसे बड़े अस्पतालों में आज की स्थिति में एक भी वेंटीलेटर बेड नहीं है, जबकि राजधानी के माना स्थित कोविड डेडिकेटेड अस्पताल को शुक्रवार से पुन: शुरू करने की तैयारी की जा रही है।
जबकि दूसरी ओर शासन और प्रशासन की तरफ से अस्पतालों में बिस्तरों की जानकारी लगातार प्रसारित की जा रही है। अब जनता आंकड़ों की मानें या सीएमएचओ की। वैसे कोरोना को इस चरम पर पहुंचाने में राज्य सरकार ने भी कम लापरवाही नहीं बरती है। रोड सेफ्टी वल्र्ड सीरिज क्रिकेट के नाम पर हजारों लोगों का हुजुम पिछले दिनों राजधानी में जमा हुआ है उसी का नतीजा अब पूरा प्रदेश भुगतेगा।
उल्लेखनीय है कि देश के सबसे बड़े नरेन्द्र मोदी मोटेरा स्टेडियम में क्रिकेट के दौरान सिर्फ खिलाड़ी ही दिखे, वहां भी लोगों का हुजुम जमा हो सकता था, लेकिन कोरोना के लक्ष्णों और प्रभाव को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी, लेकिन छत्तीसगढ़ में क्रिकेट के दौरान हजारों लोगों को बगैर कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए इकठ्ठा होने देना किसकी समझदारी थी।