रायपुर
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गुरुवार को रायपुर के शासकीय आयुर्वेदिक महाविद्यालय में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डॉ. महादेव प्रसाद पांडेय ,नारायण प्रसाद अवस्थी की प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हमारे गौरव हैं। मातृभूमि की रक्षा और आम जनता की भलाई के लिए उन्होंने अपने प्राणों की परवाह नहीं की।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि देवादा मेरे पैतृक गांव से निकट ही है और इस गांव में एक साथ 13 स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने गिरफ्तारी दी थी। उस वक़्त डा. पांडेय नाबालिग थे, पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने को लेकर दुविधा में थी। कम उम्र के होने के बावजूद वह अंग्रेजों का प्रखर प्रतिरोध कर रहे थे।
सालों बाद अश्विन ने किया खुलासा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने कॉलेज के दिनों को याद करते हुए कहा कि जब मैं साइंस कालेज में पढ़ता था,तब बगल के ही आयुर्वेदिक कालेज में नारायण प्रसाद अवस्थी की दानशीलता से जुड़ी कहानियां सुनने में आती थीं। अवस्थी जी ने अपनी मालगुजारी के 5 गांव दान में देकर शिक्षा और स्वास्थ्य की बढ़ोत्तरी ,आयुर्वेद की उन्नति के लिए कार्य किया था।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हमारे शास्त्रों में बताया गया है कि धन संग्रह तभी सार्थक है जब इसका उपयोग विद्या के प्रसार में किया जाए। आज हम इस महाविद्यालय परिसर में हैं और आयुर्वेद को बढ़ावा देने का इतना सुंदर कार्यक्रम यहां हो रहा है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने डॉ. पांडेय और अवस्थी के परिजनों से भेंट करके राजीव गांधी आश्रय योजना के लाभ ग्राहियों को पट्टा वितरण भी किया।