नईदिल्ली
भारतीय रेलवे तेजी से वंदे भारत एक्सप्रेस के नेटवर्क को बढ़ाने का कार्य कर रहा है. इसी के साथ, रेलवे देश की पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन और वंदे मेट्रो चलाने की भी तैयारी कर रहा है. इंटीग्रल कोच फैक्ट्री के महाप्रबंधक बीजी माल्या की मानें तो इस वित्तीय वर्ष में वंदे भारत स्लीपर ट्रेन और वंदे मेट्रो को लॉन्च किया जाएगा.
जनवरी 2024 में दौड़ेगी वंदे मेट्रो!
वंदे भारत के स्लीपर कोच को चालू वित्तीय वर्ष में शुरू किया जाएगा. वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें चलने से यात्रियों को लंबी यात्रा के दौरान राहत रहेगी. वो आराम से सोते हुए आराम से अपनी यात्रा को पूरा कर सकेंगे. पहली वंदे मेट्रो ट्रेन जनवरी, 2024 में आने की उम्मीद है लेकिन यह इसी कैलेंडर ईयर में बनकर तैयार हो जाएगी. बीजी माल्या ने कहा कि नॉन-एयर कंडीशंड पैसेंजरों के लिए यह ट्रेन इसी साल 31 अक्टूबर से पहले लॉन्च हो जाएगी. बता दें, ICF वंदे मेट्रो भी विकसित कर रहा है. वंदे मेट्रो 12 कोच वाली ट्रेन होगी, जिसका इस्तेमाल कम दूरी की यात्रा के लिए किया जाएगा.
मध्य प्रदेश को मिलेगी एक और वंदे भारत
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में जानकारी दी कि मध्य प्रदेश के नीमच को जल्द ही वंदे भारत एक्सप्रेस मिलेगी. नीमच में जनता को संबोधित करते हुए, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि अब इस रूट पर वंदे भारत चलाने का समय आ गया है. आपके सांसद सुधीर गुप्ता पहले ही इसके लिए अनुरोध कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि जल्द इस रूट पर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलेगी.
बता दें, वंदे भारत एक्सप्रेस देश भर के सभी रेल-विद्युतीकृत राज्यों में अपनी सेवाएं प्रदान कर रही है. कुछ दिन पहले ही रेलवे ने वंदे भारत एक्सप्रेस की कुछ तस्वीरें शेयर की थीं जिसमें इसका रंग-रूप बदला हुआ लग रहा था. अभी तक देश में चल रहीं वंदे भारत ट्रेनों का रंग सफेद और नीला है.
रेलवे की चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) द्वारा बनाई गई नई 8 कोच वाली वंदे भारत एक्सप्रेस नारंगी (भगवा) और ग्रे रंग की है. इसके अलावा वंदे भारत ट्रेन में लगे चीते के लोगो (LOGO) में बदलाव किया गया है. 27 जनवरी 2019 को ट्रेन 18 सेट का उपयोग करने वाली सेवाओं को वंदे भारत एक्सप्रेस नाम दिया गया. वंदे भारत ट्रेन की पहली सेवा 15 फरवरी 2019 को शुरू हुई.