काठमांडू। नेपाल में सत्ता का संघर्ष जारी है। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के उस फैसले को पलट दिया था जिसमें उन्होंने संसद भंग कर चुनाव कराने की बात कही थी। कोर्ट के फैसले के बाद राष्ट्रपति विद्यादेवी भंडारी ने सात मार्च को संसद के निचले सदन का सत्र शाम 4 बजे से बुलाया है। अब इसी दिन PM ओली और उनके विरोधी धड़े के नेता पुष्प कमल दहल प्रचंड के बीच जारी वर्चस्व की लड़ाई का फैसला हो जाएगा। नेपाल में राजनीतिक अस्थिरता का दौर बीस दिसंबर से चल रहा है। प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने अचानक कैबिनेट की बैठक बुलाकर सरकार भंग करने का निर्णय लिया और राष्ट्रपति से चुनाव कराने की मांग की थी। सरकार की सिफारिश पर राष्ट्रपति ने चुनाव की घोषणा भी कर दी। इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट में तेरह से अधिक याचिका दायर की गई थीं। सुप्रीम कोर्ट ने प्रधानमंत्री ओली के निर्णय को असंवैधानिक करार देते हुए संसद के निचले सदन को बहाल कर दिया था।