मुंगेली/ महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुश्री सुष्मिता देव, राज्यसभा सदस्य फूलोदेवी नेताम और प्रदेश की महिला कांग्रेस प्रभारी सुनीता सहरावत के निर्देश पर डीज़ल पेट्रोल रसोई गैस सहित अन्य आवश्यक जीवन वस्तुओं की कीमत बढ़ने के कारण केंद्र सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया था, मंहगाई के विरोध में मुंगेली महिला कांग्रेस द्वारा पुराना बस स्टैंड में आज एक दिवसीय धरना प्रदर्शन आयोजन किया गया, इस धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में केवल 7-8 महिला कांग्रेस की पदाधिकारी शामिल थी, वहीं महिला कांग्रेस द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में किसी प्रकार का कोई बेनर-पोस्टर भी नहीं लगाया गया था, जिससे आम जनता को आयोजन के बारे में कोई जानकारी नहीं हो पाई, इसी कारण कांग्रेस को जनता के कोपभाजन का शिकार होना पड़ा, दुर्भाग्य की बात तो यह हैं कि जिला स्तरीय इस धरना आंदोलन में केवल 7-8 महिलाओं की उपस्थिति कांग्रेस की गुटीय राजनीति को प्रदर्शित करता हैं ? क्योंकि कांग्रेस पार्टी का कोई भी कार्यक्रम होता हैं तो उन कार्यक्रमों में महिला कांग्रेस की उपस्थिति रहती हैं परंतु महिला कांग्रेस के कार्यक्रम में कांग्रेस और अन्य प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों ने अपनी दूरी बनाए रखी, आज के धरना कार्यक्रम में कम उपस्थिति को लेकर नागरिकों में तरह-तरह की चर्चाएं होती रही, लोगों ने कहा कि प्रदेश स्तर के नेताओं, मंत्रियों के आगमन पर ही अधिकांश नेता फोटोबाजी करने पहुंच जाते है और आज के कार्यक्रम में उनकी अनुपस्थिति चर्चा का विषय बना रहा, वहीं विपक्षी दल भाजपा की महिला मोर्चा द्वारा 2 दिन पूर्व किये गए धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में महिला नेत्री उपस्थित थी, साथ ही संगठन के कई नेता भी उपस्थित थे, इसके ठीक विपरीत सत्ता पक्ष होने के बाद भी महिला कांग्रेस का आज का धरना कार्यक्रम फ्लॉप हो गया। गौरतलब हो कि मुंगेली जिले की कांग्रेस संगठन प्रभारी स्वयं एक महिला नेत्री हैं उसके बाद भी महिला कांग्रेस द्वारा किये इस आंदोलन में न केवल संगठन ने दूरी बनाई बल्कि महिलाएं भी इस कार्यक्रम से दूरी बनाई।
मुंगेली जिले की संगठन प्रभारी सीमा वर्मा ने कहा कि जानकारी के आभाव और महिला कांग्रेस के द्वारा किसी से मदद नहीं मांगी गई होगी इस कारण धरना प्रदर्शन कार्यक्रम सफल नहीं हो पाया।