नई दिल्ली। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के लिए संसद सदस्यों की सलाहकार समिति की बैठक आयोजित की गई। केन्द्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री हरदीप एस पुरी ने बैठक की अध्यक्षता की। संसद सदस्य राम नाथ ठाकुर, नीरज डांगी, प्रफुल्ल पटेल, राजीव प्रताप रूडी, श्वेत मलिक, सुब्रमण्यम स्वामी, विशम्भर प्रसाद निषाद और विनायक भाऊराव राउत ने बैठक में भाग लिया।
सदस्यों के सवालों का जवाब देते हुए, श्री पुरी ने कोविड-19 महामारी के दौरान लोगों के साथ-साथ एयरलाइंस और विमानन क्षेत्र के लाभ के लिए मंत्रालय द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने न्यूनतम निर्धारित कीमत और उच्चतम निर्धारित कीमत के साथ शुरू की गयी किराया श्रेणी के बारे में भी जानकारी दी। श्री पुरी ने उल्लेख किया कि घरेलू हवाई यातायात दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है और अब प्रति दिन लगभग 3 लाख लोग हवाई यात्रा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि गर्मी के मौसम के दौरान जैसे-जैसे घरेलू यातायात बढ़ेगा, किराया श्रेणी और कुछ अन्य प्रतिबंधों को समाप्त किये जाने की संभावना है। श्री पुरी ने आरसीएस–उड़ान योजना, इसकी बोली प्रक्रिया और हवाईमार्गों का विवरण दिया। उन्होंने कहा कि 4 चरणों की बोली प्रक्रियापूरी की जा चुकी है और 700 से अधिक हवाई मार्ग मंजूर किए गए हैं। योजना के तहत 300 से अधिक हवाई मार्गों का संचालन शुरू हो चुका है। उन्होंने आगे कहा कि दरभंगा हवाई अड्डा, योजना के बहुत सफल उदाहरणों में से एक है। माननीय संसद सदस्यों द्वारा किये गए प्रश्नों के सन्दर्भ में श्री पुरी ने बिहार, पंजाब, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों में हवाई अड्डों और उड़ानों के बारे में जानकारी दी। संसद सदस्यों ने हवाई अड्डे के निजीकरण, नए हवाई अड्डों की शुरुआत, हवाई अड्डों के विस्तार, उड़ान प्रशिक्षण संगठनों आदि के बारे में सुझाव दिए।