नई दिल्ली। आज लगातार 11वें दिन पेट्रोल-डीजल के दाम में इजाफा हुआ है। शुक्रवार को पेट्रोल 31 पैसे और डीजल 33 पैसे महंगा हुआ है। महंगाई की पिच पर पेट्रोल-डीजल की जोड़ी का शानदार फार्म जारी है। राजस्थान में नाबाद शतक के साथ पेट्रोल जहां तेजी बढ़ रहा है तो वहीं मध्य प्रदेश में अपने पहले शतक से केवल 1 रुपये 72 पैसे दूर है।
देश के विभिन्न राज्यों में पेट्रोल-डीज़ल का भाव लोकल सेल्स टैक्स या वैट और ढुलाई खर्च के आधार पर तय होता है। राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को पेट्रोल का नया भाव 90.19 रुपये प्रति लीटर और डीज़ल का भाव 80.60 रुपये प्रति लीटर तक पहुंचा चुका है। इसके पहले गुरुवार को लगातार 10वें दिन ईंधन के भाव बढ़ने के बाद मध्य प्रदेश में पेट्रोल का भाव 100 रुपये प्रति लीटर के पार पहुंच गया। मध्य प्रदेश के अनूपपुर में गुरुवार को पेट्रोल 100.25 रुपये प्रति लीटर और डीज़ल 90.35 रुपये प्रति लीटर बिका।
किस वजह से बढ़ रहे पेट्रोल और डीजल के दाम :
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हो रही बढ़ोतरी की 2 प्रमुख वजहें हैं। इसकी पहली वजह यह है कि अंतररास्ट्रीय बाजारों में क्रूड ऑयल की कीमतों में काफी तेजी आई है और दूसरी वजह यह है कि पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स पर भारत में काफी अधिक टैक्स लगता है। कोरोना वायरस महामारी के दौर मे केंद्र सरकार ने प्रति लीटर पेट्रोल पर लगने वाले एक्साइज ड्यूटी को 19.98 से बढ़ाकर 32.98 रुपये कर दिया। इसी तरह डीजल पर लगने वाले एक्साइज ड्यूटी को 15.83 से बढ़ाकर 31.83 रुपये कर दिया। इसके अलावा विभिन्न राज्य सरकारें इस पर वैट वसूलती हैं।
क्यों बढ़ रहीं क्रूड ऑयल की कीमतें :
18 फरवरी को अंतररास्ट्रीय बाजारों में ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमतें 65.09 डॉलर प्रति बैरल पर थी, जबकि अप्रैल, 2020 में कोरोना वायरस महामारी के कारण यह लुढ़ककर 19 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई थी। तेल की गिरती कीमतों के कारण तेल का उत्पादन करने वाली OPEC देश और उसके सहयोगी देशों के साथ रूस ने मई 2020 में तेल के उत्पादन में प्रति दिन 97 लाख बैरल की कटौती कर दी। इसके बाद कीमतों को और बढ़ाने के लिए सऊदी अरब ने इस साल फरवरी से मार्च के बीच 10 लाख बैरल प्रति दिन और कटौती करने की फैसला किया, इस वजह से अंतररास्ट्रीय बाजारों में क्रूड ऑयल की कीमतें बढ़ गई हैं।