श्रीनगर। यूरोपीय यूनियन समेत दूसरे देशों का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल जम्मू-कश्मीर के दो दिनों के दौरे पर पहुंचा है। आज यानी गुरुवार को उनके दौरे का दूसरा दिन है जिसमें जम्मू का दौरा करेंगे। जम्मू पहुंचते हीं ये प्रतिनिधिमंडल जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस से मुलाकात करेगा। इसके बाद ये प्रतिनिधिमंडल राजभवन में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से भी मुलाकात करेगा।
बताया जा रहा है कि इस दौरान मनोज सिन्हा जम्मू-कश्मीर में विकास परियोजनाओं और केंद्र शासित प्रदेश की स्थिति के बारे में उन्हें जानकारी दे सकते हैं।
बताया जा रहा है कि विभिन्न देशों के राजदूत जम्मू में एक होटल में नागरिक समाज के सदस्यों, जिला विकास परिषद (डीडीसी) के सदस्यों और राजनीतिक नेताओं से मिलेंगे। इसके बाद शाम को ये नई दिल्ली के लिए रवाना होंगे।
अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान के दुष्प्रचार का मुकाबला करने के लिए भारत सरकार द्वारा किया जा रहा यह दूसरा राजनयिक प्रयास है। पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कश्मीर के बारे में दुष्प्रचार फैलाने में लगा है। भारत सरकार ने हाल ही में 18 महीने बाद पूरे जम्मू-कश्मीर में 4G इंटरनेट सर्विस दोबारा बहाल की थी।
उन्होंने बताया कि कश्मीर घाटी में कानून व्यवस्था से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी विदेशी प्रतिनिधिमंडल को सुरक्षा स्थिति के बारे में बताएंगे और खासकर वे नियंत्रण रेखा के जरिए भारत में आतंकवादियों की घुसपैठ कराने और बार-बार संघर्षविराम समझौते का उल्लंघन करने की पाकिस्तान की कोशिशों को उसके सामने रखेंगे।
24 सदस्यों के इस डेलिगेशन में पोलैंड, इटली, फ्रांस, नीदरलैंड और अफ्रीका, आयरलैंड, स्वीडन, बेल्जियम, एस्टोनिया, बांग्लादेश, चिली, ब्राजील, क्यूबा, बोलिविया, मालावी, सेनेगल, तजाकिस्तान, किर्गिस्तान और घाना भी शामिल है।