नई दिल्ली। गैर-मान्यता प्राप्त ऑनलाइन टूर्नामेंटों में हिस्सा लेने के कारण प्रतिबंधित किए गए 15 निशानेबाजों को राहत मिल सकती है। भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) के अध्यक्ष रनिंदर सिंह ने इसके संकेत दिए। उन्होंने सोमवार को कहा कि वह इस प्रतिबंध को हटाने के लिए प्रयास करेंगे।साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वह पांच मार्च को महासंघ की आम बैठक में इस फैसले पर रोक लगाने के लिए संचालन समिति को मनाने की कोशिश करेंगे।
उन्होंने कहा, मुझे हाल ही में एनआरएआई के फैसले के खिलाफ खिलाड़ियो के माता-पिता और प्रभावित निशानेबाजों से कई अनुरोध प्राप्त हुए। मैं अगले महीने के आम बैठक में इस मुद्दे को उठाने और उक्त निर्णय को लागू नहीं करने के लिए सदस्यों को मनाने की कोशिश करूंगा।
उन्होंने एनआरएआई से जारी विज्ञप्ति में कहा, हमारा हमेशा से यही प्रयास रहा है कि हम अपने खेल और हमारे निशानेबाजों के सर्वोत्तम हित में काम करें। निशानेबाजी बिरादरी से संबंधित किसी व्यक्ति, खासकर निशानेबाजों के खिलाफ किसी भी गंभीर कार्रवाई से हमें निराशा होमी है।
दरअसल, संचालन समिति में पिछले सप्ताह इन निशानेबाजों पर अगले राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेने से रोक लगा दिया था। बता दें कि देश में इस खेल की सर्वोच्च ईकाई की मंजूरी के बिना पिछले साल गैर-मान्यता प्राप्त ऑनलाइन टूर्नामेंटों में हिस्सा लेने के बाद टोक्यो ओलंपिक कोटाधारी यशस्विनी देसवाल सहित कुछ और निशानेबाजों को राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने से रोक दिया गया था।