रायपुर। राजधानी में शांतिनगर स्थित केंद्रीय कार्यालय में आज अंतरराष्ट्रीय सिरपुर बौद्ध महोत्सव एवं शोध संगोष्ठी के आयोजक समिति के पदाधिकारियों की बैठक आयोजित किया गया। सिरपुर महोत्सव छत्तीसगढ़ के ऐतिहासिक बौद्ध विरासत को सहेजने के लिए सांस्कृतिक व बौद्धिक चेतना जगाने बौद्ध भिक्षुयों के सानिध्य में आयोजन किया जा रहा है। आयोजन समिति के प्रवक्ता डॉ नरेश कुमार साहू ने बताया कि सिरपुर महोत्सव छत्तीसगढ़ सहित भारत देश के लिए बौद्धिक विचार, विरासत एवं संस्कृति अनुठा संगम होगा।
महोत्सव को भव्यता प्रदान करते हुए सफल बनाने के लिए सिरपुर के आसपास के गांव, कस्बो से लेकर प्रदेश-देश व विदेशों तक बौद्ध विरासत की ऐतिहासिक धरोहरों को सहेजने के लिए प्रचार-प्रसार किया जाना है। उन्होंने कहा कि यह महोत्सव छत्तीसगढ़ को बुद्ध के मार्ग पर ले जाने के लिए मील का पत्थर साबित होगा । पुरखा के सुरता के तहत तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सिरपुर बौद्ध महोत्सव एवं शोध संगोष्ठी आगामी 12, 13 एवं 14 मार्च 2021 को यह महोत्सव छत्तीसगढ़ की प्राचीन बौद्ध में संस्कृति एवं उसकी भव्यता को स्थापित करेगी। इस सिरपुर महोत्सव में धम्म, कला-स्थापित, शिक्षा, संस्कृति, साहित्य, समाज एवं इतिहास पर केंद्रित एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक सामाजिक कार्यक्रम साबित होगा।
तीन दिवसीय महोत्सव में छत्तीसगढ़ी कलाकारों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति होगी। समारोह में देश व दुनिया के प्रख्यात विद्ववानों, भाषाविद, पुरातत्वविद, इतिहासकार, पत्रकारों, शोधकर्ताओं, लेखकों, यूनिवर्सिटी के प्रोफेसरों, साहित्यकारों व बुद्धजीवियों का प्रबोधन सत्र भी आयोजित किए जाएंगे। बौद्ध विरासत पर आधारित नाटक का मंचन, लघु फिल्मों का प्रदर्शन, महापुरुषों की जीवनी पर पोस्टर प्रदर्शनी और पुस्तको का स्टॉल भी लगाया जाएगा। महोत्सव में कला, संस्कृति, शिक्षा, साहित्यिक और सामाजिक सहित अन्य क्षेत्रों में आजीवन प्रेरणादायक योगदान देने वाले शख्शियतों को पुरस्कृत करते हुए अवार्ड दिया जाएगा। बौद्ध विरासत और संस्कृति पर आधारित प्रतियोगिता निबंध, गीत, कविता, रंगोली, रेत आर्ट, चित्रकला, पेंटिंग व प्रश्नोत्तरी स्पर्धा आयोजित कर विजेताओं को महोत्सव के समापन अवसर पर पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
बैठक में आयोजन समिति छत्तीसगढ़ हेरिटेज एन्ड कल्चरल फाउंडेशन, सिरपुर महोत्सव एवं सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के पदाधिकारियों में रघुनंदन साहू, रामकृष्ण जांगड़े, शगुन लाल वर्मा, डॉ आरके सुखदेवे, डॉ नरेश कुमार साहू, डॉ जितेंद्र सोनकर, शिव टंडन, अनिल कोरी, अंजू मेश्राम, कल्याण साहू, डॉ रामचंद्र साहू, कृष्णा पैकरा, हेमंत जोशी, अग्निश देव, रवि साहू, स्नेहलता हुमने, बीनिका दुर्गम, भावेश पटेल, निखिल हगवने व अन्य सामाजिक कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे।