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चार दिनों में 2000 रुपये सस्ता हुआ सोना वायदा, जानिए कितनी है कीमत

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नई दिल्ली। वैश्विक बाजारों में कीमती धातुओं की कीमत में गिरावट से आज भारतीय बाजारों में भी सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। एमसीएक्स पर, सोने का वायदा भाव 0.56 फीसदी की गिरावट के साथ 47549 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। सोने में गिरावट का यह चौथा दिन है। चार दिनों में, वैश्विक दरों में आई गिरावट और बजट 2021 में आयात शुल्क कटौती की घोषणा से सोना लगभग 2000 रुपये प्रति 10 ग्राम सस्ता हुआ है। एमसीएक्स पर आज चांदी वायदा एक फीसदी घटकर 67,848 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई।
विश्लेषकों का कहना है कि सोने की दरों में गिरावट और उबरती अर्थव्यवस्था भारत में भौतिक सोने की मांग को बढ़ावा दे सकती है। अगस्त में सोने की कीमत 56,200 रुपये की रिकॉर्ड ऊंचाई पर थी।
वैश्विक बाजारों में मजबूत डॉलर के चलते सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। सोना हाजिर 0.1 फीसदी लुढ़ककर 1,832.84 डॉलर प्रति औंस हो गया। डॉलर इंडेक्स 91.198 पर था। चांदी की बात करें, तो हाजिर चांदी 0.5 फीसदी गिरकर 26.72 डॉलर रह गई। सोमवार को 30.03 डॉलर के आठ साल के शिखर पर पहुंचने के बाद से कीमतों में कमी आई है। अन्य कीमती धातुओं में, प्लैटिनम 0.4 फीसदी गिरकर 1,096.08 डॉलर प्रति औंस और पैलेडियम 0.2 फीसदी गिरकर 2,270.06 डॉलर रह गया। सोने के व्यापारियों की नजर अमेरिकी प्रोत्साहन पैकेज पर है।
देश की सोने की मांग बीते साल यानी 2020 में 35 फीसदी से अधिक घटकर 446.4 टन रह गई। विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूजीसी) की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। डब्ल्यूजीसी की 2020 की सोने की मांग के रुख पर रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना वायरस की वजह से लागू लॉकडाउन और बहुमूल्य धातुओं के दाम अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंचने के बीच सोने की मांग में गिरावट आई। हालांकि, इसके साथ ही रिपोर्ट में कहा गया है कि अब स्थिति सामान्य हो रही है और साथ ती सतत सुधारों से उद्योग मजबूत हुआ है। ऐसे में इस साल 2021 में सोने की मांग में सुधार की उम्मीद है।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) की एक रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के उबरने के साथ भारत में 2021 के दौरान उपभोक्ता भावनाओं में सुधार हो रहा है और सोने की मांग सकारात्मक दिखाई दे रही है। रिपोर्ट के मुताबिक नवंबर में धनतेरस के शुरुआती आंकड़े बताते हैं कि आभूषणों की मांग औसत से कम थी, लेकिन इसमें पिछले साल की दूसरी तिमाही (अप्रैल-जून 2020) के निचले स्तर के मुकाबले काफी सुधार हुआ। रिपोर्ट में आगे कहा गया कि वैश्विक आर्थिक वृद्धि कुछ समय के लिए अपनी पूर्ण क्षमता के मुकाबले सुस्त बनी रहेगी, लेकिन पिछले कुछ समय से सोने की कीमतों में स्थिरता के चलते उपभोक्ताओं के लिए खरीद के अवसर बढ़ेंगे। डब्ल्यूजीसी की रिपोर्ट के मुताबिक चीन जैसे देशों में आर्थिक सुधार की संभावना है, जिसे 2020 की शुरुआत में भारी नुकसान का सामना करना पड़ा था।