रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव को पत्र लिखकर चंदा वसूलने वाली संस्थाओं की सूची मांगी है, अमिताभ जैन ने चंपत राय को एक पत्र लिखकर यह मांग की है। उन्होंने पत्र के माध्यम से कहा है कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए पूरे देश में समर्पण राशि इकट्ठा की जा रही है, लेकिन इसकी आड़ में कई जगहों से उगाही और धोखाधड़ी की खबर भी आ रही है।
मुख्य सचिव अमितभ जैन ने कहा है कि राम मंदिर निर्माण के लिए जनमानस से चंदा इकठ्ठा करने वाली संस्थाओं की सूची कराने का कष्ट करेंगे, ताकि उगाही करने वाली संस्थाओं की पुनरावृत्ति को रोका जा सके। वहीं, दूसरी ओर व्हीएचपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी है कि चंदा की राशि का हिसाब इंकम टेक्स देगा, हम नही. राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। नींव के लिए सारी रिसर्च पूरी हो चुकी है। देश की नामी कम्पनियों ने इस पर रिसर्च किया है। इसमें भविष्य में बाढ़ और भूकंप की चुनौती से निपटने की तैयारी भी शामिल है। 12 मीटर नीचे तक मलवा भरा है, उसे हटाया जा रहा है। देश के तमाम बड़े भवन वैज्ञानिक और विशेषज्ञ इस काम में शामिल है। चंपत राय के मुताबिक निर्माण में कहीं भी लोहा का इस्तेमाल नहीं होगा।
चंपत राय ने आगे जानकारी दी है कि भारत सरकार ने दान राशि का 50 फीसदी को कर मुक्त कर दिया है। सभी समर्पण राशि बैंक खातों में जमा हो रहे हैं। 31 जनवरी को सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ के समाज से समर्पण राशि के लिये संपर्क करेंगे। राय के मुताबिक यह गिनीज वर्ल्ड बुक में दर्ज होने लायक काम होगा। चंपत राय ने कांग्रेस के 14 हजार करोड़ के फंड का हिसाब मांगने पर भी बयान दिया है कि आर्थिक आरोप पर जवाब नहीं देते। आयकर विभाग को जांच करना चाहिए। जो आरोप लगाते हैं, वो 14 हजार करोड़ देखे भी हैं क्या।