नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद के बीच ड्रैगन ने एक नया मोर्चा खोल दिया है और अब अरुणाचल प्रदेश में चोरी-चोरी एक नया गांव बसा लिया है। इस गांव में करीब 101 घर भी बनाए गए हैं। यह गांव अरुणाचल प्रदेश में वास्तविक भारतीय सीमा के करीब 4.5 किलोमीटर अंदर स्थित है। लद्दाख के बाद अब अरुणाचल प्रदेश में चीन के नए गांव से दोनों देशों के बीच विवाद गहरा सकता है।
सेटेलाइट तस्वीरों में अरुणाचल प्रदेश के उस हिस्से में एक गांव बसा दिख रहा है, जो चीन की सीमा से काफी नजदीक है। इस गांव में करीब 101 घर बने हुए हैं। विशेषज्ञों ने बताया कि यह गांव भारत की वास्तविक सीमा के करीब 4.5 किलोमीटर अंदर बना हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक यह गांव ऊपरी सुबनशिरी जिला की त्सारी चू नदी के किनारे बसाया गया है। इस इलाके में भारत और चीन के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है।
इस स्थान को दोनों देशों के बीच सशस्त्र लड़ाई वाली जगह के तौर पर भी चिन्हित किया गया है। बताया जा रहा है कि गलवान घाटी में खूनी संघर्ष के बाद चीन ने इस गांव का निर्माण करवाया है। ताजा सेटेलाइट तस्वीर 1 नवंबर 2020 की है, जिसमें गांव नजर आ रहा है। इससे एक साल पहले की तस्वीर में यह गांव नजर नहीं आ रहा। माना जा रहा है कि चीन ने यह गांव एक साल पहले ही बसाया है। हालांकि तस्वीरों में साफ नजर आ रहा है कि चीनी गांव के पास भारत की कोई रोड नहीं है और न ही कोई आधारभूत ढांचा है। इससे पहले नवंबर 2020 में भाजपा के अरुणाचल प्रदेश के सांसद तापिर गावो ने लोकसभा को चेतावनी दी थी कि उनके राज्य में चीन की घुसपैठ बढ़ रही है । उन्होंने ऊपरी सुबनसिरी जिला का विशेष रूप से उल्लेख किया था। गावो ने अब कहा है कि चीन का निर्माण अभी जारी है। अगर आप नदी के रास्ते को देखेंग तो चीन सुबनसिरी जिला में सीमा में 60 से 70 किलोमीटर अंदर घुस आया है। गौर हो कि पिछले साल जून में गलवान घाटी में चीनी सैनिकों ने अपारंपरिक हथियारों से भारत सैन्य दल पर उस समय हमला कर दिया था, जब भारतीय टुकड़ी गश्त पर थी। उस हमले में 20 जवान शहीद हो गए। इसके बाद भारतीय सैनिकों ने जवाबी हमला किया और कई चाइनीज सैनिकों को मार गिराया। हालांकि चीन ने कभी भी आधिकारिक रूप से यह नहीं बताया कि हमले में उसके कितने जवान मारे गए
सुब्रह्ममण्यम स्वामी ने अपनी ही सरकार को घेरा
भाजपा सांसद सुब्रह्ममण्यम स्वामी ने चीन के भारतीय जमीन पर कब्जा करने के सवाल पर कहा है कि वह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बातचीत करेंगे। स्वामी ने कहा कि यह न मानना बड़ी गलती होगी कि चीन ने लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश में भारतीय जमीन पर कब्जा कर लिया है। इसकी दो राज्यों के जनता के द्वारा चुने गए भाजपा के सांसदों ने पुष्टि की है। जब अवसर आएगा, तो मैं राजनाथ सिंह से बातचीत करूंगा। विदेश मंत्रालय केवल इतना कहेगा कि हम तनाव घटाने के लिए वार्ता कर रहे हैं।