रायपुर। छत्तीसगढ़ का ड्रोन मास्टर लापता हो गया है। मूलतः अंबिकापुर का निवासी और अरसे से रायपुर में रहकर ड्रोन के काम में विश्वसनीयता की मिसाल क़ायम करने वाला ड्रोन मास्टर पीयूष बीते दस जनवरी से दंतेवाड़ा से संदेहास्पद रुप से लापता है। पीयूष झा के बनाए ड्रोन सीआरपीएफ़ और बीएसएफ़ इस्तेमाल करती है। पीयूष झा के ड्रोन के बेहद स्तरीय और गुणवत्ता में बेहतरीन होने की वजह से ना केवल पैरा मिलेट्री फ़ोर्स बल्कि कृषि क्षेत्र, वन विभाग और रेलवे में भी ज़बर्दस्त मांग रखते हैं।
राजधानी से ही पीयूष ने 2015 में इंजीनियरिंग की डिग्री ली और ड्रोन बनाने में महारत हासिल की। शुरुआती संघर्ष के दौर में एक दिन ऐसा वक्त ऐसा आया था जबकि पीयूष हॉस्टल अधीक्षक की सरकारी नौकरी का लेटर आया और उसी दिन ड्रोन के लिए उसका मुद्रा लोन के तहत 45 हजार का लोन स्वीकृत हुआ। पीयूष ने ड्रोन बनाने का काम करना तय किया और फ़िलहाल उसकी कंपनी साढ़े तीन करोड़ वार्षिक का टर्न ओव्हर कर रही है।
परिजनों के अनुसार पीयूष का विवाद विशाल सिंह नामक व्यक्ति से चल रहा था और उसने उसकी शिकायत डीजीपी से बीते 22 दिसंबर को लिखित रूप में की थी। परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार पीयूष झा के साथ दस जनवरी को इस विवाद के संदर्भ में कुछ अप्रिय घटना घटी जिसकी जानकारी उसने परिजनों को दी थी, और उसके ठीक बाद उसका सेल फ़ोन ऑफ़ हो गया।
पीयूष झा के पिता संजय झा ने राजधानी स्थित विधानसभा थाने में पूरी सूचना दी है लेकिन मामले में फ़िलहाल केवल गुम इंसान की सूचना ली गई है, जबकि लापता पीयूष के पिता संजय झा ने चल रहे विवाद को लेकर की गई शिकायत और लापता होने के पहले के संदर्भ बताए गए है।