सांसद बिसेन के नेतृत्व में जिले को मिलेगी रेलवे की अनेको सौगात
बालाघाट। नागपुर मंडल रेलवे सलाहकार समिति सदस्य अरुण राहंगडाले और मोनिल जैन ने कल बालाघाट स्टेशन के प्रगतिशील कार्य की सुध ली। जहाँ इन्होंने रेल विधुतिकरण कंट्रोल भवन और लोको शेड निर्माण कार्यो का औचक निरीक्षण किया। साथ ही रेलवे स्टेशन मास्टर श्री कुशवाह से चर्चा करते हुए स्टेशन संबंधी समस्याओं से अवगत हुए। जिसमे मुख्य रूप से स्टेशन में कोच डिस्पले बोर्ड, पैदल रेलिंग पूल, यात्री सुरक्षा के लिए जीआरपीफ व आरपीएफ थाना की स्थापना। सीसीटीवी, प्लेटफार्म क्र. 2 व 3 में तथा यार्ड में लगवाने, आरओवाटर संयंत्र की स्थापना। स्टेशन का चौड़ीकरण और टिकट काउंटर बढ़ाने तथा पार्सल संबंधी सुविधाएं आदि शामिल हैं। ताकि आसानी से यात्रियों को ऐसी मूलभूत जनहितकारी बेहतर सोहलते शीघ्र उपलब्ध हो। इन आवश्यकताओं को आगामी नागपुर मंडल रेलवे सलाहकार समिति की बैठक में रखकर इन्हें क्रियांवित किया जा सके। ऐसे भरपूर प्रयास करने की बात सलाहकार समिति सदस्य अरुण राहंगडाले और मोनिल जैन ने कहीं।
इन्होंने संयुक्त बयान देते हुए कहा कि सांसद डा ढालसिंह बिसेन के कुशल नेतृत्व और लग्नशीलता से आने वाले समय में निरंतर बालाघाट जिले को अनेकों रेलवे की सौगात मिलेगी। जिसके लिए सांसद बिसेन आये दिन प्रयास कर रहे। जिसकी परिणति में सभी बाधाओं को दूर करवाते हुए ब्राडगेज निर्माण में गति और लंबी दूरी की गया से चेन्नई और चेन्नई से गया ट्रेन की रूप में मिली। आगे प्रमुखतौर पर सरेखा ओवर ब्रिज कार्य की स्वीकृति, जिले को 5 सुपर फ़ास्ट ट्रेन और 3 लोकल ट्रेनो को जल्दी शुरूआत होगी। वहीं आरक्षण का अतिरिक्त कोटा बालाघाट जिले में बढ़ाने की रूपरेखा तैयार कर उसे अमलीजामा पहनाया जाएंगा।
श्री रांहगडाले और श्री जैन आगे बताया कि कटंगी-तिरोडी-तुमसर रोड से नागपुर रेलवे पहुंच जल्द बनकर तैयार होगा। तब यहां से भी ट्रेन सरपट दौड़ेगी। अलावे जिले की बहुगामी योजनाओं के दृष्टिगत नये रेलमार्ग नागपुर- तुमसर रोड- तिरोड़ी- कटंगी- बालाघाट और भरवेली- उकवा- बैहर- मलाजखंड- चकरभाठा- बिलासपुर का प्रस्ताव रखा जाएगा। जिससे इस मार्ग के बन जाने से एशिया की सबसे विख्यात भरवेली मैंगनीज माइंस, उकवा माइंस, मलाजखंड कापर प्रोजेक्ट, तिरोडी माइंस को विशेष लाभ मिलेगा। साथ ही रोजगार, कृषि, औद्योगिक व व्यापारिक दृष्टि से नये आयाम विकसित होंगे। विशेषकर लगभग 200 किलोमीटर कम दूरी होगी। वहीं बालाघाट से सीधे बिलासपुर होते हुए हावड़ा के लिए सीधा रेलमार्ग मिलेगा। प्रस्तावित इस नए रेलमार्ग से द्रुतगति से मालगाड़ियों और सवारी गाड़ियों का तीव्रतम परिचालन होगा। जिससे कम दूरी व कम समय और कम पैसे में महाराष्ट्र से छत्तीसगढ़, उड़ीसा, झारखण्ड और पश्चिम बंगाल में आवाजाही तथा जरूरी सामग्री समेत आदि की पहुंच सुलभता से होगी। जो हर दृष्टिकोण से लाभप्रद होगा।