नई दिल्ली। अमेरिका के वाशिंगटन में हुई हिंसा पर प्रधानमंत्री मोदी ने चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया को गैरकानूनी विरोध प्रदर्शनों के माध्यम से विकृत नहीं होने दिया जा सकता है।
अपने ट्वीट में पीएम मोदी ने लिखा, वाशिंगटन डीसी में हिंसा और उपद्रव की खबरों से दुख पहुंचा है। सत्ता का ट्रांसफर सही और शांतिपूर्ण ढंग से होना जरूरी है। इस तरह के प्रदर्शनों के जरिए लोकतांत्रिक प्रक्रिया को नुकसान नहीं पहुंचाया जा सकता है। डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने वॉशिंगटन में हंगामा किया है और अमेरिकी संसद में घुस गए। बता दें कि कैपिटिल हिल में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव के नतीजों पर फाइनल मुहर लगाने के लिए बैठक हो रही थी। हंगामे के दौरान फायरिंग में एक प्रदर्शनकारी महिला समेत 4 की मौत होने की भी खबर है। इसके बाद वॉशिंगटन में 15 दिन की इमरजेंसी लागू कर दी गई है। हालांकि वॉशिंगटन में फिलहाल शांति है, लेकिन राजधानी की सड़कों पर अभी भी काफी प्रदर्शनकारी डटे हुए हैं। हालांकि बाद में राष्ट्रपति ट्रम्प ने अपने समर्थकों को कानून का पालन करने और हिंसक झड़प के बाद घर वापस जाने का आग्रह किया। ट्रम्प ने ट्विटर पर पोस्ट किए गए एक वीडियो संदेश में कहा,
यह एक कपटपूर्ण चुनाव था, लेकिन हम इन लोगों के हाथों में नहीं खेल सकते। हमें शांति रखनी है। इसलिए घर जाना है। घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बिडेन ने कहा कि वह अमेरिका को
इस तरह के अंधेरे क्षण में आया है` देखकर हैरान और दुखी है।
00 ट्विटर और इंस्टाग्राम ने ट्रम्प के अकाउंट किए सस्पेंड
ट्विटर ने बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को नागरिक अखंडता नियमों की धज्जियां उड़ाने के लिए स्थायी रूप से प्रतिबंधित करने की धमकी दी। इसके साथ ही उन्हें तीन ट्वीट हटाने का आदेश दिए गए हैं। माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ने ट्रम्प के अकाउंट को 12 घंटे के लिए सस्पेंड कर दिया और कहा कि यदि वह अपमानजनक संदेश को नहीं हटाते तो उनका खाता बंद रहेगा।
इसके साथ ही इंस्टाग्राम ने भी ट्रंप के अकाउंट को 24 घंटे के लिए सस्पेंड कर दिया है। जबकि यू-ट्यूब ने उनके भड़ाई तीन वीडियो को डिलीट कर दिया है।