नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि विज्ञान का अंतिम उद्देश्य लोगों के जीवन को सुविधाजनक और आसान बनाना है। उन्होंने वैज्ञानिक संस्थाओं से नवाचार और प्रौद्यौगिकी उन्नयन के लिए मंच उपलब्ध कराने का आह्वान किया। भारतीय खगोल भौतिकी संस्थान, बेंगलुरु के सेंटर फॉर रिसर्च एंड एजुकेशन इन साइंस एंड टेक्नोलॉजी (सीआरईएसटी ) में छात्रों और शिक्षकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि विज्ञान किसी भी समाज की प्रगति की नींव है क्योंकि यह प्रयोगों के माध्यम से तथ्यों की सत्यता को प्रमाणित करता है । उन्होंने लोगों और विशेषकर युवा पीढ़ी के बीच वैज्ञानिक सोच को विकसित करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने महिला वैज्ञानिकों को समान अवसर और प्रोत्साहन प्रदान करने का भी आह्वान किया । सीआरईएसटी परिसर का दौरा करने के अवसर पर उपराष्ट्रपति ने वहां दो नई सुविधाओं का उद्घाटन किया । इसमें 30 मीटर लंबे टेलीस्कोप के शीशे को पॉलिश करने का सुविधा केन्?द्र और छोटे पे लोटड के लिए पर्यावरणीय जांच सुविधा केन्द्र शामिल है । ये दोनों ही एम जी के मेनन अंतरिक्ष विज्ञान प्रयोगशाला का हिस्सा हैं। इस अवसर पर उन्होंने एमजीके प्रयोगशाला में स्पेस पे लोड की एकीकरण प्रक्रिया और टेलीस्कोप के रिमोट संचालन प्रक्रिया को भी देखा । सामान्य विज्ञान के महत्व को रेखांकित करते हुए उन्होंन कहा कि खगोल विज्ञान और गणित के क्षेत्र में प्राचीन समय से ही भारत काफी समृद्ध रहा है। आज जिस सुविधा केन्द्र का उद्घाटन किया गया है वह भारत को आत्मनिर्भर बनाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अभियान में मददगार बनेगा।