नई दिल्ली। किसान आंदोलन का आज 34वां दिन है। कृषि कानूनों के विरोध में चल रहा प्रदर्शन कल खत्म होगा या और ज्यादा तेज हो जाएगा, यह सवाल सबके मन में उठ रहा है। सरकार और किसान संगठनों के बीच बुधवार को 2 बजे होने वाली बैठक से इसका फैसला होगा। इस बीच भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत ने कहा है कि समाधान से हल निकला तो ठीक वर्ना 26 जनवरी से पहले तो किसान नहीं हटने वाले।
राकेश टिकैत ने कहा कि किसान 34 दिन से शांतिपूर्ण आंदोलन चला रहे हैं, सरकार के सामने भी शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात को रखेंगे। जो पहले एजेंडे थे अभी भी वहीं है, तीनों कानून रद्द हों, एमएसपी पर कानून बने, स्वामीनाथन कमेटी कि रिपोर्ट को लागू किया जाए।
टिकैत ने कहा कि पहले दरवाजा तोड़ना पड़ेगा। तीनों कानूनों को वापस लेना पड़ेगा, उसके बाद ही किसान और सरकार के बीच का रास्ता खुलेगा। 22 दिन बाद वहीं से बात होगी जहां रुकी थी। मीटिंग के लिए मैं भी जाऊंगा। कुछ समाधान निकलेगा इसी उम्मीद से जा रहे हैं। टिकैत ने आगे कहा कि बात नहीं भी बनी तो भी शांतिपूर्ण प्रदर्शन चलता रहेगा। 34 दिन हो गए हैं. 34 दिन और आगे बढ़ा देंगे, 26 जनवरी मनाकर जाएंगे।
किसान संगठनों और सरकार के बीच कल यानी 30 दिसंबर को बातचीत होनी है। इससे पहले भी बातचीत के कई दौर चले हैं लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। दूसरी तरफ किसान संगठन लगातार धमकी दे रहे हैं कि ऐसी स्थिति में आंदोलन और उग्र हो जाएगा।