भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज से शुरू होने वाला था, लेकिन कोरोना वायरस (कोविड-19) के चलते तीन दिवसीय शीतकालीन सत्र को स्थगित कर दिया गया है।
मध्यप्रदेश विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा द्वारा राज्य विधानसभा के 61 कर्मचारी एवं अधिकारियों के कोविड-19 से संक्रमित पाये जाने का खुलासा करने के कुछ ही घंटों बाद यह निर्णय लिया गया है। सर्वदलीय बैठक में भाग लेने के बाद प्रदेश के कानून एवं गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने रविवार शाम को मीडिया को बताया, मध्यप्रदेश विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। इसमें तय किया गया है कि 28 दिसंबर से जो तीन दिवसीय सत्र होने वाला है, उसे कोविड-19 की भयावहता को देखते हुए स्थगित कर दिया जाए।
उन्होंने कहा, अब सीधे बजट सत्र होगा। इसी बीच, मध्यप्रदेश विधानसभा के प्रमुख सचिव ए पी सिंह ने बताया कि कोविड-19 के चलते सोमवार से शुरू होने वाले विधानसभा का सत्र स्थगित कर दिया गया है। अब बजट सत्र लंबा होगा और उसमें इन तीन दिनों (शीतकालीन सत्र के स्थगित तीन दिन) को और जोड़ा जाएगा।
इस सर्वदलीय बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ, नरोत्तम मिश्रा एवं अन्य विधायक शामिल थे। इसी बीच, मध्यप्रदेश कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने कहा, केन्द्र की भाजपा सरकार द्वारा थोपे गये तीन किसान विरोधी काले कानूनों के विरोध में और किसान आंदोलन के समर्थन में मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी ने निर्णय लिया था कि मध्यप्रदेश विधानसभा के तीन दिवसीय सत्र के पहले दिन कांग्रेस के सभी विधायक ट्रैक्टर से विधानसभा की ओर कूच करेंगे, लेकिन कोरोना वायरस की महामारी को देखते हुए विधानसभा का सत्र स्थगित होने के कारण अब कांग्रेस के सभी विधायक सोमवार सुबह प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित स्थापना दिवस कार्यक्रम के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस के सभी विधायक विधानसभा स्थित गांधी प्रतिमा पर किसान आंदोलन के समर्थन में मौन धरना देंगे। सत्र स्थगित करने से पहले, मध्यप्रदेश विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने सत्र की तैयारियों का निरीक्षण करने के बाद रविवार को कहा,
पिछले कुछेक दिनों में की गई कोविड-19 जांच में राज्य विधानसभा के 61 कर्मचारी एवं अधिकारी अब तक संक्रमित पाये गये हैं। इनके अलावा, पांच विधायक भी कोविड-19 पीड़ित मिले हैं।“ शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश विधानसभा में कुल 230 सीटें हैं, जबकि वर्तमान में इसकी प्रभावी सदस्य संख्या 229 हैं। इनमें से अब तक केवल 20 विधायकों की कोविड-19 रिपोर्ट आई है, जिनमें से पांच संक्रमित पाए गये हैं। बाकी विधायकों की रिपोर्ट का इंतजार है। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार विधानसभा सचिवालय के ज्यादातर कर्मचारियों और अधिकारियों की कोविड-19 की रिपोर्ट भी आनी बाकी है।