पटना। बिहार में ट्रेनों के माध्यम से सोना तस्करी का खेल लगातार जारी है। इस बात का खुलासा तब हुआ जब डीआरआई ने आरपीएफ (RPF) की मदद से पाटलिपुत्र स्टेशन पर कार्रवाई की। इस दौरान म्यांमार से तस्करी कर गुवाहाटी लाए गए डेढ़ किलो सोने को दो लोग मुंबई लेकर जा रहे थे जिनको पाटलिपुत्र स्टेशन (Patliputra Station) पर ट्रेन के एसी कोच से सोना के साथ गिरफ्तार कर लिया गया।
तस्करी में शामिल दोनो तस्करों की कमर से सोने के बिस्किट बरामद हुए जिनका वजन 1496 ग्राम पाया गया। मिली जानकारी के अनुसार म्यांमार से तस्करी कर इस सोने को गुवाहाटी लाया गया था जिसे दिल्ली होते हुए मुंबई पहुंचाना था। सूचना पर डीआरआई पटना की टीम ने नॉर्थ ईस्ट के एसी कोच में पाटलिपुत्र स्टेशन पर छापेमारी की, इस दौरान डीआरआई की टीम के साथ आरपीएफ टीम मौजूद थी।
शमद नामक युवक और अफरोज आमिर उल्लाह नाम की महिला की तलाशी लेने के दौरान यह सोना बरामद हुआ। महिला के पास से दो जबकि युवक के पास सोने का एक बिस्किट मिला. दोनों फिलहाल मुंबई में ही रहते हैं। वैसे शमद मूल तौर पर उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ का निवासी है। डीआरआई सूत्रों की मानें तो तस्करी के पीछे बड़ा रैकेट होने की आशंका है। गिरफ्तार दोनों तस्करों से पूछताछ में कई अहम सुराग मिले हैं इसके आधार पर डीआरआई की दूसरी टीम ने मुम्बई में भी छापेमारी की, हालांकि इस दौरान तस्करी से जुड़े रैकेटियर गिरफ्त में नहीं आ सके।
सीबीआई की टीम इस अंतरराष्ट्रीय रैकेट में शामिल मुंबई के सिंडिकेट के साथ गुवाहाटी में मजदूर मौजूद तस्करो के बारे में जानकारी हासिल कर रही है। दरअसल विदेश से सोना तस्करी का भारत लाने में लाखों करोड़ का फायदा होता है। नियमानुसार बगैर लाइसेंस के सोने का आयात नहीं किया जा सकता है। आयात पर 25% टैक्स लगाने का प्रावधान है इसी को बचाने के लिए सोने की तस्करी की जाती है हाल के दिनों में पटना जंक्शन पर भी जीआरपी ने अपनी कार्रवाई में सोने की बड़ी खेप बरामद की थी।