हैदराबाद। तेलंगाना के एक गांव से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां जूट की कुछ बोरियों में 40 बंदरों के शव मिले हैं। पुलिस ने बुधवार को बताया कि तेलंगाना के महबूबबाद शहर के सानिगापुरम गांव में एक इलेक्ट्रिक सबस्टेशन के पीछे 40 बंदरों के शवों को जूट की बोरियों में भरा हुआ पाया गया। पुलिस ने इन सभी बंदरों को जहर देकर मारने की आशंका जताई है। पुलिस ने कहा कि बंदरों को संदिग्ध रूप से जहर देकर मार दिया गया और थैलों में भर दिया गया।
पुलिस ने मुताबिक, गांव के कुछ स्थानीय लोगों को जब एक पहाड़ी पर स्थित स्थान से बेहद दुर्गंध आई, तब उन्होंने उस स्थान पर जाकर देखा, जहां उन्हें थैलों में बंदरों के शव दिखाई दिए। यह देखकर उन लोगों ने तुरंत पुलिस और वन अधिकारियों को इस बात की सूचना दी। महबूबबाद (ग्रामीण) के पुलिस उपनिरीक्षक रमेश बाबू ने कहा कि शवों को देखकर लगता है कि यह घटना पांच से छह दिन पहले हुई होगी। अधिकारी ने कहा कि बंदरों के शव सड़ चुके थे इसलिए पोस्टमार्टम नहीं कराया जा सका।
वन अधिकारियों ने बंदरों की हत्या के पीछे कुछ स्थानीय लोगों का हाथ होने की आशंका जताई है। उन्होंने कहा कि यह किसानों ने अपनी फसल बचाने के लिए किया है या किसी और ने, यह अब तक पता नहीं चल पाया है। जिला वन अधिकारी ने यह भी कहा कि उन्हें पूछताछ में पता चला है कि बीते दिनों आंध्र प्रदेश के राजमुंदरी से पशु पकड़ने वाले कुछ शिकारी महबूबबाद आए थे। उन्होंने कहा कि इस घटना के पीछे उन शिकारियों का भी हाथ हो सकता है।
सब-इंस्पेक्टर रमेश बाबू ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 429 (जानवरों को मारने और जहर देने), पशु क्रूरता निवारण अधिनियम, 1960 की धारा 11 (1) के अलावा एक और मामला दर्ज कर लिया है। वहीं, जिला वन अधिकारी (DFO) पोलोजू कृष्णमाचार्य ने कहा कि दोपहर में बंदरों के शवों का अंतिम संस्कार किया गया।