नई दिल्ली। प्रधानमंत्री 12 नवंबर को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। केंद्रीय शिक्षा मंत्री भी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे। स्वामी विवेकानंद के दर्शन और विचार आज भी देश के युवाओं का पथ प्रदर्शन करते हैं। दुनिया भर में लाखों लोगों के प्रेरणा का स्रोत रही, विवेकानंद जैसी महान विभूति का जन्म इस भूमि पर हुआ, इसे लेकर देश खुद को गौरवान्वित महसूस करता है।
प्रधानमंत्री का हमेशा से यह कहना है कि स्वामी विवेकानंद के आदर्श आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं, जितने कि वे उनके जीवनकाल में थे। प्रधानमंत्री ने अक्सर इस बात पर जोर दिया है कि जनता की सेवा और राष्ट्र के युवाओं को सशक्त बनाना देश को भौतिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से मजबूत करता है और साथ ही वैश्विक स्तर पर देश की छवि को भी निखारता है। भारत की समृद्धि और शक्ति देश की जनता में निहित है। ऐसे में सभी को सशक्त बनाना, राष्ट्र को आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य प्राप्त करने की दिशा में आगे ले जाएगा।