भुवनेश्वर। हाथियों के साथ यदि कोई भी व्यक्ति सेल्फी लेते हुए पकड़ा गया तो फिर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। आठगड़ डीएफओ सस्मिता लेंका ने इस संदर्भ में सभी रेंजर को पत्र लिखा है। रास्ता भटककर आबादी क्षेत्र में आने वाले हाथियों के झुंड की सुरक्षा की दृष्टिकोण से यह निर्देश जारी किया है। निर्देश के मुताबिक हाथियों के साथ सेल्फी लेने एवं उन्हें उत्तेजित करने जैसे कार्य करने वालों के खिलाफ वन्यजंतु कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि आठगड़ वनखंड में अक्सर देखा जाता है कि हाथियों का दल आबादी क्षेत्र में प्रवेश कर जाता है और व्यापक पैमाने पर फसलों को बर्बाद कर देता है। कभी-कभी तो वे राजमार्ग पर आ जाते है तो कभी आबादी क्षेत्र में घुसकर उपद्रव मचाते हैं। इसी दौरान कुछ लोग हाथी के साथ सेल्फी लेकर सोशल मीडिया में डाल देते हैं। यह घटना अब बढ़ने लगी है। यहां तक कि कुछ युवक तो हाथी के सूंड एवं शरीर पर डंडे से पिटाई कर हाथियों को भड़कने पर मजबूर कर देते हैं और इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में डाल देते हैं।
इससे दुर्घटना बढ़ने की सम्भावना अधिक हो जाने की बात कहते हुए डीएफओ ने पत्र लिखते हुए स्थानीय लोगों को इस संदर्भ में जागरूक करने के लिए रेंजरों को निर्देश दिया है। वहीं दूसरी तरफ भारतीय वन्यजीव कानून 1972 के अनुसार हाथी का मार्ग रोकने, उन्हें उत्तेजित करने एवं सेल्फी लेना दंडनीय अपराध है। ऐसे इस तरह के कार्य में जो भी संपृक्त पाया जाएगा अब उसके खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई किए जाने की जानकारी डीएफओ श्रीमती लेंका ने कही है।