रायपुर। छतीसगढ़ प्रेस क्लब के अध्यक्ष संदीप तिवारी ने कांकेर के वरिष्ठ पत्रकार कमल शुक्ला पर हुए जानलेवा हमले कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि यह समाज के चौथे स्तम्भ के स्वतंत्रता पर हमला है उन्होंने कहा कि इस घटना ने छत्तीसगढ़ की शांत फिज़ाओं को कलंकित ही नहीं किया है वरन् छत्तीसगढ़ पुलिस प्रशासन और भूपेश सरकार पर बहुत बड़ा प्रश्न चिन्ह भी खड़ा किया है। उन्होंने कमल शुक्ला पर दिनदहाड़े जानलेवा हमला किए जाने की कड़ी निंदा करते हुए अपराधियों एवं अपराधियों को संरक्षण देने वालों पर कठोर दंडात्मक कार्रवाई करने की मांग की है।
हम आपको बतलादे कि कमल शुक्ल आदिवासी हितों के लिए संघर्षरत एक चर्चित पत्रकार है। पिछले भाजपा राज के समय भी सलवा जुडूम की ज्यादतियों को उजागर करने के कारण उन्हें सत्ता पक्ष का कोपभाजन बनना पड़ा था। पिछले कई वर्षों से वे पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की मांग पर संघर्षरत है और चुनावों के समय कांग्रेस ने इस मांग को पूरा करने का वादा किया था। छतीसगढ़ प्रेस क्लब ने प्रदेश के मुख्यमंत्री और महामहिम माननीया राज्यपाल से तत्काल कार्यवाही करने की मांग की है। दूसरी ओर कांकेर के डी आई जी पी सुन्दर राज ने इस घटना के दोषियों पर कानून सम्मत कार्यवाही का भरोसा दिलाया है तथा कमल शुक्ला के बयान के आधार पर केस रजिस्टर्ड करने की जानकारी दी है हालाँकि सूत्र बताते है कि काउंटर FiR भी की गयी है।