नई दिल्ली। राज्यसभा में रविवार को विपक्षी दलों के सदस्यों के रवैये को लेकर उन पर जमकर बरसे और उनके व्यवहार को शर्मनाक करार दिया तथा संसद के इतिहास में इसे अप्रत्याशित बताया। उच्च सदन में कृषि संबंधी दो विधेयक पारित किये जाने के दौरान काफी हंगामा हुआ।
केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिह, प्रकाश जावड़ेकर, पह्लाद जोशी, पीयूष गोयल, थाावरचंद गहलोत और मुख्तार अब्बास नकवी ने संवाददाता सम्मेलन कर विपक्षी दलों के राज्यसभा सदस्यों पर जमकर हमला बोला । इस दौरान सिह ने कहा कि एक स्वस्थ लोकतंत्र में ऐसे रवैये की उम्मीद नहीं की जा सकती है । सिह ने किसानों को आश्वस्त किया न्यूनतम समर्थन मूल्य एवं कृषि उत्पाद विपणन समिति में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आयेगी और यह बनी रहेगी ।
सिह ने कहा, मैं किसानों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि न्यूनतम समर्थन मूल्य तथा विपणन समिति जारी रहेगी । इसे किसी भी कीमत पर हटाया नहीं जा सकता है ।
उन्होंने कहा कि विपक्षी सदस्यों ने आसन पर मौजूद राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश के डेस्क पर रखी नियमावली एवं दस्तावेज फाड़ दिये और आसन के समीप चले गये…जो कुछ हुआ, वैसा उन्होंने कभी नहीं देखा था ।
हरिवंश को मूल्यों वाला व्यक्ति करार देते हुये सिह ने कहा कि उनके प्रति विपक्षी सदस्यों की ओर से किये अस्वीकार्य व्यवहार
अप्रत्याशित था। उन्होंने पूछा कि अगर विपक्षी नेता सभापति के निर्णय से आश्वस्त नहीं होते हैं तो क्या यह उन पर हमला करने और हिसा करने की अनुमति देता है।