घर-घर जाकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा पोषक आहार वितरण के साथ दिया जा रहा सुपोषण का संदेश….
कोरबा। कोरोना महामारी के इस दौर मे भी राज्य शासन बच्चों, गर्भवती तथा शिशुवती माताओं को कुपोषण से बचाने मे जुटी हुई है। इस कोरोना काल मे जहां लोग घरो से बाहर नहीं निकल रहे है ऐसी परिस्थितियो मे भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर बच्चों, गर्भवती-शिशुवती माताओं को पोषण आहार का वितरण कर रहीं हैं। इसके साथ ही गांव-गांव मे पोषण रथ के माध्यम से राज्य शासन की सुपोषण संबंधी योजनाओं और महत्वपूर्ण जानकारियों का प्रचार किया जा रहा है। पोषण रथ के द्वारा आॅडियो के माध्यम से पोषण के विषय- एक हजार दिवस के महत्व के संदेशो का गांव-गांव मे प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। पोषण माह के दौरान पोषण रथ के द्वारा एनिमिया, डायरिया, स्वच्छता तथा पौष्टिक आहार, साफ-सफाई एवं स्वच्छता पर आधारित संदेशो का गांव-गांव मे जाकर प्रचार किया जा रहा है। कोरबा जिले मे पोषण रथ के माध्यम से पोषण एवं स्वास्थ्य के संबंध मे प्रचार करने के लिए 173 बड़े गांवो का चयन किया गया है। पोषण रथ आगामी दस दिनो में सभी चयनित गांव मे पहुंचेगी और पोषण संबंधी संदेशो का प्रचार-प्रसार करेगी। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास कोरबा ए.पी. किस्पोट्टा ने बताया कि आज पोषण रथ को हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया गया। शुभारंभ के मौके पर वल्र्ड विजन इंडिया के जिला प्रमुख जोशी बाबू, परियोजना अधिकारी कोरबा शहरी मनोज अग्रवाल के साथ-साथ महिला एवं बाल विकास अधिकारी, विभागीय एवं संस्था के अन्य सदस्य उपस्थित रहे।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा सात सितंबर को राष्ट्रीय पोषण माह का शुभारंभ किया गया है। राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान कोरबा जिले मे विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा कुपोषित बच्चों, गर्भवती शिशुवती महिलाओं तथा किशोरी बालिकाओं के घरो में जाकर पूरक पोषण आहार वितरण के साथ-साथ पोषण एवं स्वास्थ्य संबंधी महत्वपूर्ण जानकारियां दी जा रही है। पोषण माह के दौरान जिले के दो हजार 539 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा हितग्राहियों के घरो मे जाकर महिलाओं तथा बच्चों की काउंसिलिंग करके इस कोरोना काल में उनका मनोबल बढ़ाने का भी कार्य किया जा रहा है।
ए.पी. किस्पोट्टा ने बताया कि बच्चों, महिलाओं को कुपोषण से बचाने अलग-अलग गतिविधियों को क्रियान्वयन किया जाएगा। पोषण माह के दौरान पूरे माह भर के लिए प्रतिदिन का थीम तैयार किया गया है। इस तैयार किए गए थीम पर प्रत्येक दिन विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। गंभीर एवं मध्यम कुपोषित बच्चों की पहचान करके उन्हे तुरंत स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने की गतिविधियां भी शामिल है। स्तनपान एवं पूरक पोषण आहार के द्वारा कुपोषण को कम करने की गतिविधियां भी आयोजित की जाएगी। अन्य गतिविधियों मे किचन गार्डन के माध्यम से घरो मे साग-सब्जी व फल उपजाने के प्रयासों को बढ़ावा देना भी शामिल है। ए.पी. किस्पोट्टा ने बताया कि समस्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सेक्टर पर्यवेक्षक एवं परियोजना अधिकारी के लिए डिजिटल माध्यम से पोषण माह के लिए प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा। यह प्रतियोगिता प्रत्येक सप्ताह अलग-अलग आयोजित होगी।