बीकानेर। कोरोना के इस संकट का असर श्राद्ध पक्ष पर भी पड़ा है इसमें कोई संदेह नहीं है। 1 सितम्बर से श्राद्ध पक्ष शुरू हो चुके हैं। लॉक डाउन, व कोरोना प्रोटोकॉल के कारण अपने पूर्वजों की पूजा के लिए लोग नदी और तालाब में नहीं जा सकते हैं। इसका समाधान एक पंडितजी ने निकाल लिया है। कोरोना के इस संकट काल में सोशल डिस्टेसिंग का इससे बेहतर उदाहरण शायद ही कोई मिले।
श्रादपक्ष में पितरों को खुश करने के लिए बीकानेर के पण्डितों ने एक अनूठा तरीका निकला है। जिसमें सभी लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ पानी से भरे अलग-अलग ड्रम में बैठा दिया जाता है। फिर दूर बैठे पंडितजी माइक से मंत्रोच्चार करते हैं और लोगों को पानी से भरे ड्रम में बैठाकर तर्पण करवाया जाता है।
पंडितजी का आइडिया आ रहा पसंद
यह तर्पण कार्यक्रम पण्डित अशोक रंगा के सानिध्य में मुरलीधर स्थित गोलू जी की बगेची में करवाया जा रहा है। बीकानेर में रोजाना आ रहे पॉजिटिव मरीजों के बाद प्रशासन की ओर से भी सख्ती बढ़ा दी गई हैं। ऐसे में लोगों को भी पंडितजी का ये आइडिया खूब पसंद आ रहा है। पूरे मंत्रोच्चार के साथ लोग पानी से भरे ड्रम के अंदर बैठकर पूजा पाठ कर रहे हैं।
पण्डित अशोक रंगा बताते हैं कि तर्पण कार्यक्रम के बाद इस ड्रम में भरे पानी को पेड़ पौधों में डाल दिया जाता है जिससे पानी की दुरुपयोग भी ना हो और पर्यावरण का भी संरक्षण हो सके।