नई दिल्ली। देश में आज गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जा रहा है, लेकिन इस बार कोरोना महामारी के कारण कोई भी त्योहार पहले जैसे नहीं मनाया जा सकता है। इसलिए घरों में रहकर या कम लोगों के साथ इस त्योहार को मनाने के लिए लोग प्रयास कर रहे हैं। गणेश चतुर्थी के दिन गणपति बप्पा को लोग अपने घर लाते हैं। गणेश जी को अपने घर पर आदर-सत्कार के साथ स्थापित कर ग्यारहवें दिन उन्हें धूमधाम के साथ विसर्जित कर दिया जाता है। इस अवसर पर देश के राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री तक सभी ने बधाई दी है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा, गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। यह पर्व भारत के लोगों के अदम्य उत्साह, उमंग और उल्लास का प्रतीक है। मेरी कामना है कि विघ्नहर्ता श्री गणेशजी की कृपा से कोविड-19 की महामारी समाप्त हो तथा सभी देशवासी सुखी और निरोगी जीवन जिएं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गणेश चतुर्थी की बधाई देते हुए गणपति बाप्पा मोरया का जयकारा लगाया। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा,
गणेश चतुर्थी के शुभ पर्व पर बहुत-बहुत बधाई। भगवान श्री गणेश का आशीर्वाद हमेशा हम पर बना रहे। हर तरफ खुशी और समृद्धि हो।
गृह मंत्री अमित शाह ने भी समस्त देशवासियों को गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएं दी।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, आप सभी को गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएं। मंगलकर्ता-विघ्नहर्ता के आशीष की आज पूरे देश को आवश्यकता है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गणेश चतुर्थी के अवसर पर कहा, आप सभी को गणेश चतुर्थी के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं। भगवान गणेश आपके एवं आपके परिवार के स्वास्थ्य एवं समृद्धि में वृद्धि करें।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी गणेश चतुर्थी की बधाई दी। उन्होंने कहा, गणेश चतुर्थी के पावन पर्व पर सभी के सुख, शांति एवं चिर आरोग्य की प्रार्थना करता हूं।
अरुणाचल प्रदेश के सीएम पेमा खांडू ने भी दी गणेश चतुर्थी की बधाई।
सनातन धर्म में भगवान गणेश की पूजा का विशेष महत्व है। भगवान गणेश को गजानन या विघ्नहर्ताभी कहा जाता है। गजानन को रिद्धि-सिद्धि और सुख-समृद्धि का प्रदाता माना जाता है। गणेश चतुर्थी को डंडा चौथ भी कहा जाता है। गणपति बप्पा को ऋद्धि-सिद्धि व बुद्धि आदि के दाता माने जाते हैं। मान्यता है कि इस दिन से विद्याध्ययन का शुभारंभ होता था। इस दिन बच्चे डंडे बजाकर खेलते हैं। इसी के चलते ही कई जगहों पर इस उत्सव को डंडा चौथ भी कहते हैं। कहा जाता है कि गणेश चतुर्थी भगवान गणेश का जन्मदिवस है। इस दिन गणेश जी की पूजा का विशेष महत्व है। महाराष्ट्र में गणेश चतुर्थी का यह उत्सव लगभग दस दिनों तक मनाया जाता है। हालांकि, इस बार कोरोना काल में घरों से बाहर भारी संख्या में त्योहार मनाना खतरे में खाली नहीं होगा।