मुंगेली/ भारत जैसे प्रकृति पूजक देश में पर्यावरण पर गंभीर संकट खड़े हैं और इससे निपटने में पौधारोपण एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। जाहिर है इसका समाधान प्रदूषण कम करने के साथ ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पेड़ लगाने में है और इसी उद्देश्य को लेकर मुंगेली जिले से महज 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गाँव बांकी में जहां युवाओं की टोली होलहा बाग समिति ने अपने सार्थक प्रयास से गांव की तस्वीर ही बदल दी है। इस समिति के सदस्यों ने अपने गांव और आसपास के हरियाली के संरक्षण और संवर्धन की जिमेदारी बखूबी निभाते हुवे पर्यावरण संतुलन के लिए विगत पांच वर्षों से पौधरोपण करते आ रही है। इसी क्रम में इस वर्ष भी लॉकडाउन को उपयोगी बनाने के उद्देश्य से संस्था द्वारा “हरियाली सप्ताह” मनाया गया जिसके तहत लगातार 10 दिन तक संस्था द्वारा “हरियर बांकी-सुघ्घर बांकी” अभियान के तहत कदम, जामुन, नीम, आम, गुलमोहर, कटहल, सतवन, नारियल, पीपल आदि के फलदार व छायादार 110 पौधें रोपित किये गए और सुरक्षा के दृष्टिकोण से ट्री गार्ड लगाया गया साथ ही पूर्व में लगे पौधों का मेंटेनेंस कार्य करते हुवे खरपतवारों की सफाई कर खाद डाला गया और ट्री गार्ड से ऊपर बढ चुके पौधों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए अतिरिक्त जाली लगाया गया। साथ ही फ्रेंडशिप डे पर बेल्ट व रक्षाबंधन पर पेडों में रक्षा सूत्र बांधकर संस्था के सदस्यों द्वारा संरक्षण एवं सवर्धन का संकल्प लिया गया। देखा गया हैं कि ग्राम बांकी के युवाओं द्वारा पौधों की देखभाल बच्चों की तरह की जाती है वही कुछ लोगों ने कहा कि शासन-प्रशासन को इन युवाओं से सिख लेनी चाहिए।
इस अवसर पर संस्था के संस्थापक रामपाल सिंह ने कहा कि प्रकृति ने हमें जीवन निर्वाह करने के लिए अनेक सुंदर उपहार दिये हैं उनमें से पेड़ हमारे लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण उपहार हैं। हमारे स्वास्थ्य एवं समृद्धि का पेडों से बहुत गहरा सम्बन्ध है। पेड़ प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष दोनों तरह से हमारे लिए अत्यंत उपयोगी हैं। पेड़ रहंगे तभी आने वाली भविष्य सुरक्षित रह सकती है। संस्था के सचिव नागेश साहू और पर्यावरण प्रभारी पवन निर्मलकर ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य को लेकर हमारी संस्था के सदस्यों का उत्साह देखते ही बनता है हम अपने कार्य के माध्यम से लोगों को प्रकृति से जुड़ने प्रेरित करने का प्रयास करते हैं ताकि पर्यावरण संतुलन बना रहे। प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वह अपने जीवन में एक वृक्ष अवश्य लगाए। आज का स्वार्थी मानव पेड़ तो काटता गया लेकिन पेड़ लगाना भूल गया जिससे यह समस्या आज इतनी उग्र हो गई।
इस अवसर पर संस्थापक रामपाल सिंह, संयोजक हरिओम सिंह, सचिव नागेश साहू, विकास सिंह, अंशुल पूरी, सनत साहू, पवन निर्मलकर, मयंक कैवर्त, रिकेश पूरी, योगेंद्र साहू, यशवंत साहू, किशन यादव, भुवन साहू, गप्पू पूरी, मुकेश श्रीवास, ब्रजराज पूरी, गोपाल यादव, सुमित पूरी, रिंकू यादव, संजय यादव, यष्यंत साहू, पालु श्रीवास, निरंजन मानिकपुरी, प्रदीप श्रीवास, राजू निर्मलकर, जीवेश पूरी, अश्वनी निर्मलकर, रंजीत पूरी, राघवेंद्र निर्मलकर, बबलू साहू, मुक्कू निर्मलकर, मोनू साहू, टीकम साहू, रंजीत पूरी, टाइगर साहू, पिंटू यादव, सनत पूरी, बुधराम यादव, सुभाष पूरी, अमित गिरी, सोम यादव, सुखदेव निर्मलकर, तिलेश्वर निर्मलकर, रेमस साहू, भोला साहू, हुमन साहू, भवानी सिंह सहित संस्था के सभी सदस्य उपस्थित रहे।