नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के यूको बैंक का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 21.46 करोड़ रुपये रहा। इसकी प्रमुख वजह फंसे कर्ज के बदले किया जाना वाला प्रावधान कम होना है। इससे पिछले वित्त वर्ष 2019-20 की अप्रैल-जून तिमाही में बैंक को 601.45 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। तिमाही आधार पर बैंक ने जनवरी-मार्च तिमाही में 16.78 करोड़ रुपये लाभ अर्जित किया था। शेयर बाजार को दी जानकारी में बैंक ने कहा कि समीक्षावधि में उसकी कुल आय 4,436.57 करोड़ रुपये रही। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि बैंक का कारोबार 4,446.61 करोड़ रुपये रहा था। इस दौरान बैंक की ब्याज से आय 3,662.64 करोड़ रुपये रही। पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में बैंक की ब्याज से आय 3,816.53 करोड़ रुपये थी। बैंक का फंसे कर्ज के लिए प्रावधान घटकर 1,180.37 करोड़ रुपये रह गया जो कि इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 1,802.89 करोड़ रुपये रहा था। समीक्षावधि में बैंक की सकल गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) उसके सकल ऋण का 14.38 प्रतिशत रही। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह 24.85 प्रतिशत पर थी। वहीं बैंक का शुद्ध एनपीए उसके शुद्ध ऋण का 4.95 प्रतिशत रहा। यह पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 8.98 प्रतिशत था।