रायपुर। छत्तीसगढ़ में नयी सरकार की मंशा के अनुरूप खेती के साथ-साथ लघु उद्यम के समावेश को बढ़ावा देने का सार्थक पहल किया जा रहा है। इसके अंतर्गत नैसर्गिक कोसा अभ्यारण्य कुहेरा-राखी अटल नगर नया रायपुर देश का प्रथम अभ्यारण्य होगा, जो कोसा उत्पादन एवं रोजगार की दृृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण होगा। देश का प्रथम नैसर्गिक कोसा अभ्यारण्य कुहेरा-राखी अटल नगर रायपुर में स्थापित किया जा रहा है। यह अभ्यारण्य 200 हेक्टेयर क्षेत्र में स्थापित होगा और इस क्षेत्र में अर्जुना पौधों की बहुलता है। अत: ये कोसा कृमि के आहार होंगे। अर्जुना वृक्षों की पत्तियों को ग्रहण कर दो माह के अंदर कोसा कृमि कोसा बना लेगा। इस प्रकार नैसर्गिक कोसा अभ्यारण्य से प्रतिवर्ष 30 लाख नग नैसर्गिक कोसा उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जो बुनकरों के मांग और आपूर्ति के विचलन को दूर करेगा। छत्तीसगढ़ कोसा वस्त्र निर्माण एवं उसके निर्यात में अग्रणी प्रदेश है।
फलों का उत्पादन कार्य भी होता रहेगा
इस अभ्यारण्य में नैसर्गिक रूप से कोसा फलों का उत्पादन कार्य भी होता रहेगा इसके अलावा वन्य जीवों का संरक्षण, वृक्षों एवं पादपों का संरक्षण, रिक्त भूमि में नया अर्जुना पौधरोपण, कोसा के जर्मप्लाज्म को बढ़ाना एवं कोसा संग्रहण का केवल संवहनीय दोहन भी होगा। प्रस्तावित अभ्यारण्य के भूखण्ड का स्वामित्व अटल नगर विकास प्राधिकरण रायपुर का होगा एवं ग्रामोद्योग संचालनालय (रेशम प्रभाग) रायपुर द्वारा कोसा उत्पादन का कार्य किया जायेगा।