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हरसिमरत कौर बादल ने ‘खाद्य प्रसंस्करण पर डिजिटल भारत-इटली बिजनेस मिशन’ को संबोधित किया

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खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में उभरते रुझान और विकास के अवसरों के बारे में चर्चा की
केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री ने दोनों देशों के पारस्परिक रूप से लाभान्वित होने के लिए खाद्य प्रसंस्करण सेक्टर के चैंपियन क्षेत्रों पर प्रकाश डाला
नई दिल्ली।
केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने आयोजित ‘खाद्य प्रसंस्करण पर डिजिटल भारत-इटली बिजनेस मिशन’ के वर्चुअल उद्घाटन सत्र को संबोधित किया। इस दो दिवसीय आयोजन के तहत डिजिटल सम्मेलन, व्यापार मेला और बी2बी बैठकें आयोजित की जा रही हैं।
केंद्रीय मंत्री ने वर्तमान परिदृश्य में खाद्य प्रसंस्करण सेक्टर की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उद्योग से जुड़े परिदृश्य में बदलाव नजर आने के साथ ही कई खाद्य प्रसंस्करण कंपनियां अपने उत्पादों में विविधता लाने के साथ-साथ विस्तार करने में भी जुट गई हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे बहुपयोगी उपकरणों को प्राथमिकता दी जाएगी जो अलग-अलग प्रकार के अनेक उत्पादों का उत्पादन कर सकते हैं और ऐसे में कंपनियां अपनी-अपनी यूनिटों में व्यापक बदलाव किए बिना ही अपना उत्पादन बढ़ा सकती हैं। उन्होंने विशेष जोर देते हुए कहा कि इस तथ्य के मद्देनजर अपने वैश्विक दायरे का विस्तार करने की इच्छुक इटली की खाद्य और उपकरण संबंधी कंपनियों के लिए भारतीय बाजारों में व्यापक संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में भारत एवं इटली स्वाभाविक साझेदार हैं और यूरोपीय संघ के जिन देशों में सर्वाधिक भारतीय प्रवासी हैं उनमें इटली भी शामिल है।
बादल ने एक संभावित बाजार के रूप में भारत की विशेष भूमिका की ओर ध्यान दिलाया। उन्होंने खाद्य प्रसंस्करण सेक्टर में अवसरों का नया युग शुरू होने पर विशेष जोर दिया क्योंकि इसके विभिन्न क्षेत्र (सेगमेंट) जैसे कि रेडी टू ईट, फ्रोजन फूड, सुपरफूड, न्यूट्रास्यूटिकल्स, इत्यादि चैंपियन क्षेत्रों के रूप में उभर कर सामने आए हैं।
बादल ने यह भी कहा कि विभिन्न देश अपनी-अपनी आपूर्ति श्रृंखलाओं (सप्लाई चेन) को फिर से सुव्यवस्थित करना चाहते हैं और भारत, जो दुनिया की फल-सब्जी टोकरी (बास्केट) के रूप में भी जाना जाता है, में कच्चे माल की प्राप्ति के लिए अपार संभावनाएं हैं। यही नहीं, भारत तैयार प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के सबसे तेजी से बढ़ते बाजारों में से एक है। उन्होंने कहा कि महामारी से निपटने के हमारे अनुभव से यह पता चलता है कि खाद्य प्रसंस्करण एक चैंपियन सेक्टर के रूप में उभर कर सामने आया है।
बादल ने डिजिटल क्षेत्रीय बिजनेस मिशन का उल्लेख करते हुए कहा कि इटली की 23 कंपनियों, जो इस डिजिटल मिशन का हिस्सा हैं, के उत्पादों एवं सेवाओं की आभासी प्रदर्शनी हो रही है और वे भारत में अंतिम उपयोगकर्ताओं तथा अन्य उद्योग हितधारकों के साथ कारोबारी (बी2बी) बैठकें करेंगी। उन्होंने कहा कि बैठकें और वेबिनार विभिन्न प्रमुख क्षेत्रों जैसे कि फल-सब्जियों, अनाज, दूध एवं डेयरी प्रसंस्करण, पैकेजिंग और बॉटलिंग से जुड़े होंगे। इसके अलावा मेगा फूड पार्कों में स्थित इकाइयों (यूनिट) के साथ तकनीकी सहयोग करने के अवसर भी होंगे। उन्होंने आगे कहा कि भारत और इटली दोनों ही देशों के संघों की सहभागिता यह सुनिश्चित करेगी कि संस्थागत जुड़ाव भी निश्चित तौर पर हो जाए।
केंद्रीय मंत्री ने तैयार बुनियादी ढांचागत सुविधाओं जैसे कि मेगा फूड पार्कों, कृषि निर्यात जोन एवं औद्योगिक पार्कों/एस्टेट/क्लस्टर/नोड के रूप में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे विभिन्न अवसरों पर प्रकाश डाला। उन्होंने विभिन्न योजनाओं जैसे कि पीएमकेएसवाई एवं पीएम एफएमई के साथ-साथ ‘आत्मनिर्भर भारत पैकेज’ के तहत हाल ही में की गई घोषणाओं से जुड़ी जानकारियां साझा कीं।
केंद्रीय मंत्री ने इस कार्यक्रम के सफल एवं सकारात्मक नतीजे निकलने के लिए भारत एवं इटली के सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि भारत खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में इटली के साथ साझेदारियां करने के लिए तत्पर है, जो इन दोनों देशों के आपसी रिश्तों को और प्रगाढ़ करेंगी।